सौर्य मंडल के सभी ग्रहों के नाम (Planets Name in Hindi) तथा उनसे जुडी कुछ महत्वपूर्ण जानकारियाँ भी दी गई है जो आपके ज्ञान को सौर्य मंडल (solar system) के प्रति और बढ़ाएगी। इस पेज पर planet name in hindi and english में ग्रहो के नाम क्रम में (planets names in order) दिए गए जिससे आपको सौर्य मंडल (solar system) को समझने में भी आसानी होगी।
हमरे सौर्य मंडल (solar system) को आकाश गंगा जिसे अंग्रेजी में Milky Way Galaxy कहा जाता है। और इस सौर्य मंडल (solar system) में कुल 9 ग्रह है। और इन सभी ग्रहों के नाम (all planets name) तथा उसकी सक्षिप्त जानकारी निचे दी गई है।
9 Planets Name in Hindi | 8 Planets Name | Total Planets in Solar System
Planets Hindi Name | Planets English Name |
बुध (Budh) | मर्करी (Mercury) |
शुक्र (Shukra) | वेनस (Venus) |
पृथ्वी (Prithvi) | अर्थ (Earth) |
मंगल (Mangal) | मार्स (Mars) |
वृहस्पति (Brihaspati) | जुपिटर (Jupiter) |
शनि (Shani) | सैटर्न (Saturn) |
अरुण (Arun) | यूरेनस (Uranus) |
वरुण (Varun) | नेप्च्यून (Neptune) |
यम (Yam) | प्लूटो (Pluto) |
सौर्य मंडल के सभी ग्रहों के नाम (all planet name in hindi and english) में जान लिए अब उन सभी के बारे में भी जान लेते है।
1 – बुध (Mercury)

9 planets name in hindi का पहला ग्रह, बुद्ध ग्रह है।
>>बुध एक सौरमंडल का ग्रह है जो सौरमंडल (solar system) का सबसे छोटा ग्रह है। बुध सूर्य के सबसे पास नजदीक का ग्रह है।
बुध ग्रह सूर्य निकलने से 2 घंटा पहले ही दिखाई देने लगता है।
>>बुध एक ऐसा ग्रह है जिसका कोई उपग्रह नहीं है। बुध ग्रह सुबह और शाम को दिखाई पड़ता है। बुध ग्रह देखने में गहरे गाढ़े भूरे रंग का दिखाई देता है।
>>बुध ग्रह पर पृथ्वी (धरती) या अन्य ग्रहों के जैसा मौसम नही बदलता है, बुध ग्रह पे एक ही जैसा मौसम रहता है। बुध ग्रह पे वायुमंडल की कमी (अभाव) है इसलिए बुध ग्रह पर जीवन यापन करना सम्भव नहीं है।
>>सूर्य से बुध ग्रह की दूरी लगभग 57.91 मिलियन किलोमीटर मानी जाती है तथा बुध ग्रह सूर्य का चक्कर 87.97 दिन में पूरा कर लेता है तो उसे (88 दिन माना जाता है) ।
>>बुध ग्रह का तापमान अन्य ग्रहो के तापमान से ज्यादा उतार चढ़ाव होता है। बुध ग्रह का दिन का तापमान 427 °C सेल्सियस, 800 °F फारेनहाइट होता है तथा बुध ग्रह के रात का तापमान – 173 °C सेल्सियस, – 280 °F फारेनहाइट होता है। बुध ग्रह का दैनिक अधिकतम, आवधिक तापमान 600 °C सेल्सियस होता है।
>>बुध ग्रह सूर्य की परिक्रमा सबसे कम समय में पूरी करता है, बुध ग्रह सौरमंडल (solar system) का सबसे तीव्र गति से चलने वाला ग्रह है।
>>बुध ग्रह पर चुम्बकीय क्षेत्र भी पाए जाते है जिसके काफी विशिष्ट गुण है। बुध ग्रह की सतह पथरीली, कंकरीट जैसी है। बुध ग्रह पर सल्फर, क्लोरीन आदि तत्व भी पाए जाते है।
>>बुध ग्रह को अगर पृथ्वी, धरती, जमीन से देखा जाय तो एक तारे की भाति दिखाई देगा और वो भी चमकता हुआ।
>>बुध ग्रह को अगर हम दुरी और द्रवमान के आरोही क्रम में लिखे तो बुध ग्रह सबसे पहला ग्रह है। हिन्दू ग्रंथो के अनुसार बुध ग्रह के देवता भगवान् बिष्णु को माना जाता है, बुध चंद्र और तारा के पुत्र है।
2 – शुक्र (Venus)

9 planets name in hindi का दूसरा ग्रह, शुक्र ग्रह है।
>>शुक्र ग्रह पृथ्वी (धरती) का सबसे निकटतम पास का ग्रह है। शुक्र ग्रह सौरमंडल (solar system) का सूर्य से निकटतम दूसरा ग्रह है।
>>शुक्र ग्रह सब ग्रहो में से सबसे चमकीला ग्रह है। शुक्र ग्रह सबसे चमकीला के साथ सबसे गर्म ग्रह भी है।
>>शुक्र ग्रह को साँझ का तारा बोला जाता है तथा इसके साथ ही शुक्र ग्रह को भोर का तारा भी कहा जाता है। ऐसा इसलिए बोला जाता है क्युकी शुक्र ग्रह शाम को पश्चिम दिशा में तथा सुबह में पूरब की दिशा में दिखाई देता है।
>>शुक्र ग्रह अन्य ग्रहो के विपरीत मतलब दक्षिणावर्त्त चक्कर (घूमता) है। शुक्र ग्रह को छोड़कर बाकि सभी ग्रह सही दिशा मतलब वामावर्त्त में घूमते है।
>>शुक्र ग्रह के पास बुध ग्रह की तरह कोई भी उपग्रह नहीं है। शुक्र ग्रह को हम पृथ्वी (धरती) की भगिनी कहते है।
>>शुक्र ग्रह पे अधिक मात्रा में कार्बन-डाई – ऑक्साइड पाया जाता है यदि प्रतिशत के तौर पे बात करे, तो 90 से 95 प्रतिशत पाया जाता है। शुक्र ग्रह की सतह पर वायुमंडल का दाब पृथ्वी की तुलना में 92 गुना अधिक है।
>>सूर्य सूरज से शुक्र ग्रह की दुरी लगभग 108.2 मिलियन किलोमीटर माना जाता है तथा शुक्र ग्रह सूर्य का परिक्रमा करने में पृथ्वी के दिनों का 224.7 दिन लगता है जिसे 225 दिन मान लिया गया है।
>>शुक्र ग्रह पर पृथ्वी की तरह आकार तथा साथ में गुरुत्वाकर्षण भी है इसलिए शुक्र ग्रह को पृथ्वी की बहन भी कहा जाता है। शुक्र ग्रह पर ज्वालामुखी के भी साक्ष्य पाए गए है।
>>शुक्र ग्रह का तापमान 735 K केल्विन, 462 °C सेल्सियस, 863 F फारेनहाइट है।
3 – पृथ्वी (Earth)

9 planets name in hindi का तीसरा ग्रह, पृथ्वी ग्रह है।
>>पृथ्वी ग्रह सौरमंडल (solar system) का ही एक ग्रह है जिसे संसार अथवा विश्व के नाम से जाना जाता है। पृथ्वी ग्रह को अगर दुरी के हिसाब से देखा जाय, तो सूर्य से तीसरे स्थान पर है। पृथ्वी ग्रह को नीले ग्रह के नाम से भी जाना जाता है।
>>पृथ्वी ग्रह ही एक ऐसा ग्रह है जिसपर जीवन सम्भब है। पृथ्वी ग्रह पर जीव-जंतु, पशु-पक्षी, पेड़-पौधे, पहाड़, झरना, नदी, तालाब, ज्वालामुखी, समुद्र, बर्फ आदि न जाने कौन-कौन वस्तु स्थिति है।
>>पृथ्वी ग्रह के सतह पर 100% में से 71% भाग जल-पानी से तथा 29% भाग भूमि-जमीन से ढका हुआ है। और इसी 29% में पूरी दुनिया (संसार, विश्व) स्थित है।
>>पृथ्वी ग्रह पे और ग्रहो की तरह मौसम नहीं रहता है पृथ्वी ग्रह पर मौसम समय-समय पर बदलते रहते है। पृथ्वी ग्रह पे चार महीने, गर्मी का मौसम, चार महीने ठंड का मौसम, चार महीने वर्षा का मौसम रहता है।
>>पृथ्वी ग्रह का एक उपग्रह है जिसका नाम चन्द्रमा है। पृथ्वी ग्रह का आकर अंडाकार (जियोड) की तरह है। पृथ्वी ग्रह की बनावट आकर शुक्र ग्रह से मिलता जुलता है इसलिए शुक्र ग्रह को पृथ्वी ग्रह की बहन भी कहा जाता है।
पृथ्वी ग्रह और ग्रहो की तहर ही सूर्य का चक्कर लगाता है। पृथ्वी ग्रह को सूर्य का चक्कर लगाने में 365 दिन लगता है। जिसे 1 वर्ष बोला जाता है। पृथ्वी ग्रह सूर्य का जो परिक्रमा करता है और उसमे जो समय लगता है उसे सौर वर्ष भी कहा जाता है।
>>पृथ्वी ग्रह पर सूर्य का प्रकाश पहुंचने में लगभग 8 मिनट 22 सेकेंड लगता है। पृथ्वी ग्रह अपने अक्ष पर पश्चिम से पूर्व की ओर 1610 किलोमीटर प्रति घंटे की चाल से घूमती है और पृथ्वी ग्रह को अपने अक्ष का 1 चक्कर पूरा करने में 24 घंटे का समय लेती है जिससे दिन और रात होता है।
>>पृथ्वी ग्रह की दुरी सूर्य से लगभग 15 करोड़ किलोंमीटर है तथा पृथ्वी ग्रह से चन्द्रमा की दुरी 3 लाख 84 हजार 4 सौ (384400 km) किलोमीटर है। पृथ्वी ग्रह की उत्तपत्ति रेडिओ मेट्रिक और अन्य सबूतों के अनुसार 4.54 साल अरब पहले हुआ था।
>>पृथ्वी ग्रह का बिषुवतीय-भूमध्यरेखीय व्यास 12756 किलोमीटर तथा पृथ्वी ग्रह का ध्रुवीय व्यास 12714 किलोमीटर है।
>>पृथ्वी एक संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ होता है एक विशाल धरा। पृथ्वी नाम महाराजा पृथु के नाम पे पड़ा है। पृथ्वी को हम धरा, भूमि, रसा आदि नामो से भी जानते है।
4 – मंगल (Mars)

9 planets name in hindi का चौथा ग्रह, मंगल ग्रह है।
>>मंगल ग्रह को लाल ग्रह के नाम से भी जाना जाता है मंगल ग्रह पर आयरन ऑक्साइड की मात्रा बहुत है इसलिए उसका रंग लाल है। मंगल ग्रह सूर्य से चौथे नंबर स्थान पर आता है।
>>मंगल ग्रह के दो उपग्रह है जिसमें से पहला उपग्रह फोबोस तथा दूसरा उपग्रह डीमोस है। तथा इन दोनों उपग्रहों का आकार अनियमित और छोटा है।
>>मंगल ग्रह पर भी पृथ्वी की तरह जीवन यापन करने के लिए संभावना जताई जा रही है। मंगल ग्रह पर भी जल-पानी के साक्ष्य प्राप्त किये गए है। मंगल ग्रह पर कई मिशन भी भेजे गए है।
>>मंगल ग्रह को मनुष्य के द्वारा नंगी मतलब खुली आँखों से भी देखा जा सकता है। मंगल ग्रह बृहस्पति ग्रह की तुलना में नंगी आखो से अधिक उज्जवल और चमकीला दिखाई देता है।
>>मंगल ग्रह को सूर्य की परिक्रमा करने में 687 दिन लगते है तथा मंगल ग्रह को अपने अक्ष – धुरी को एक बार पूरी चक्कर लगाने में 24 घण्टे 37 मिनट लगता है जबकि पृथ्वी उसे 24 घण्टे में पूरी कर लेती है।
मंगल ग्रह से सूर्य की दुरी 215.46 मिलियन किलोमाटर है तथा 276.4 मिलियन किलोमीटर है। मंगल ग्रह पर एक अत्यंत विशालकाय ज्वालामुखी स्थित है जिसका नाम ओलम्पस मोंस है।
>>मंगल ग्रह ज्वालामुखी के साथ एक बहुत विशाल पर्वत भी है जो पृथ्वी के माउन्ट एवरेस्ट से लगभग तीन गुना अधिक ऊँचा है जिसका नाम निक्स ओलम्पिया है।
>>मंगल ग्रह पर अब तक 58 से अधिक मिशन भेजे जा चुके है जिसमे से सबसे पहला मिशन सोबियत संघ से 10 अक्टूबर 1960 को भेजा गया था जो असफल रहा। मंगल मंगल ग्रह पे सबसे पहला मिशन अमेरिका के द्वारा सफल रहा जो 28 नवंबर 1964 को भेजा गया था।
>>मंगल ग्रह पर 58 मिशन में से 31 सफल, 23 असफल और 3 आंशिक असफल हुए है। भारत द्वारा भेजा गया पहला मिशन मंगलयान था जो 5 नवंबर 2013 को भेजा गया था और सफल रहा इस तरह भारत एक ऐसा देश रहा जो पहली ही बार में सफल रहा है।
5 – वृहस्पति (Jupiter)

9 planets name in hindi का पांचवा ग्रह, बृहस्पति ग्रह है।
>>वृहस्पति ग्रह सौरमंडल (solar system) का सबसे बड़ा ग्रह है तथा सूर्य से पांचवा ग्रह है। वृहस्पति ग्रह को हम जुपिटर के नाम से भी जानते है जो रोमन देवता के नाम पर रखा गया है।
>>वृहस्पति ग्रह का एक उपग्रह है जिसका नाम ग्यानीमीड है और ये सब उपग्रहों में से सबसे बड़ा उपग्रह है। ग्यानीमीड उपग्रह बुध ग्रह से भी बड़ा है। वृहस्पति ग्रह पर कुल 79 उपग्रह है।
>>वृहस्पति ग्रह एक गैसीय पिंड है। ग्रह कई प्रकार के होते है पहला गैसीय ग्रह दूसरा आभासी ग्रह जिसमे से वृहस्पति ग्रह गैसीय ग्रहो की श्रेणी में आता है।
>>वृहस्पति ग्रह की सतह पर हीलियम हाइड्रोजन काफी भारी मात्रा में पाए जाते है। वृहस्पति ग्रह पर शक्तिशाली चुम्बकीय क्षेत्र पाया जाता है।
>>वृहस्पति ग्रह की त्रिज्या पृथ्वी ग्रह से 11 गुना बड़ी है। वृहस्पति ग्रह पर अन्य ग्रहो के अपेक्षा गुरुत्वाकर्षण ज्यादा है इसलिए वृहस्पति ग्रह का वजन पृथ्वी ग्रह से 318 गुना ज्यादा वजन है।
>>वृहस्पति ग्रह चन्द्रमा तथा शुक्र के बाद चमकने वाली तीसरा ग्रह है। वृहस्पति ग्रह को भी रात्री में नंगी आँखों से देखा जा सकता है।
>>वृहस्पति ग्रह की सूर्य से दुरी लगभग 77 करोड़ 80 लाख किलो मीटर (744.8 मिलियन किलोमीटर) है। वृहस्पति ग्रह को अपनी धुरी का चक्कर लगाने में 10 घण्टे का समय लगता है जबकि वृहस्पति ग्रह को सूर्य का परिक्रमा करने में 11.86 वर्ष का समय लगता है।
>>वृहस्पति ग्रह को पीला ग्रह भी कहा जाता है। गैलीलियो गैलिली ने सन 1610 में वृहस्पति ग्रह के चार बड़े उपग्रहों की खोज की जिसका नाम यूरोपा, ग्यानीमीड, आयो, कैलिस्टो आदि है।
6 – शनि (Saturn)

9 planets name in hindi का छठवां ग्रह, शनि ग्रह है।
शनि ग्रह सूर्य से 6वां तथा बृहस्पति ग्रह के बाद दूसरा सबसे बड़ा ग्रह है।
>>शनि ग्रह के 62 उपग्रह है जिसमे से 53 उपग्रह के औपचारिक नाम का पता है जिसमे से टाइटन उपग्रह शनि ग्रह का सबसे बड़ा था सौरमंडल (solar system) का दूसरा सबसे बड़ा उपग्रह है।
>>शनि ग्रह वैज्ञानिको के अनुसार 9 छल्लो से मिलकर बना है और शनि ग्रह को भी पृथ्वी से नंगी आखो से देखा जा सकता है तथा पृथ्वी से नंगी आँखों से देखा जाने वाला ये (शनि ग्रह) अंतिम ग्रह है।
>>शनि ग्रह की सूर्य से दुरी 1.479 बिलियन (अरब) किलोमाटर है तथा शनि ग्रह से पृथ्वी की दुरी 1.5825 बिलियन (अरब) किलोमीटर है।
>>शनि ग्रह अपनी धुरी की चक्कर 10 घंटे 34 मिनट में पूरी करता है तथा शनि ग्रह सूर्य का परिक्रमा 29 वर्षो में पूरा करता है।
>>शनि ग्रह के धरातल का तापमान 139°C सेल्सियस तथा 240°F फारेनहाइट है। शनि ग्रह का घनत्व सभी ग्रहो से कम है जिसका मतलब ये है की अगर शनि ग्रह को पानी में रखा जाये तो यह तैरने लगेगा।
>>शनि ग्रह पर हाइड्रोजन 96%, हीलियम 3%, मिथेन 0.4%, अमोनिया 0.1%, आदि गैसे भी पाए जाती है। शनि ग्रह का व्यास 116460 किलोमाटर है।
>>शनि ग्रह का औसत व्यास पृथ्वी से 9 गुना अधिक है तथा शनि ग्रह का औसत घनत्व 687 kg/m³ है जबकि शनि ग्रह का आयतन पृथ्वी ग्रह का 95 गुना अधिक बड़ा है।
>>शनि ग्रह का जो सबसे बड़ा उपग्रह है जिसका नाम टाइटन है उसकी खोज सन 1665 में डेनमार्क के खगोलशास्त्री क्रिश्चियन हाईजोन द्वारा खोजा गया था। टाइटन उपग्रह का आकार बुध ग्रह के सामान है।
7 – अरुण (Uranus)

9 planets name in hindi का सातवां ग्रह, अरुण ग्रह है।
>>अरुण ग्रह हमारे सौरमंडल (solar system) में द्रव्यमान के आधार पर चौथा बड़ा ग्रह है, तथा व्यास के आधार में तीसरा बड़ा ग्रह, एवं सूर्य से सातवा ग्रह है।
>>अरुण ग्रह द्रव्यमान में पृथ्वी ग्रह से 14.5 गुना अधिक भारी ग्रह है तथा अरुण ग्रह आकार में पृथ्वी ग्रह से 63 गुना अधिक बड़ा है।
>>अरुण ग्रह को यदि औसत के रूप में देखा जाय तो पृथ्वी ग्रह से बहुत कम घना है क्योकि पृथ्वी पर पत्थर चट्टान मिटटी आदि पाए जाते है जबकि अरुण ग्रह पर गैस अधिक है।
>>अरुण ग्रह अपनी धुरी अक्ष से सूर्य की ओर झुका हुआ है इसलिए अरुण ग्रह को लेटा हुआ ग्रह भी कहा जाता है। अरुण ग्रह का तापमान लगभग – 215 °C सेल्सियस होता है। अरुण ग्रह का तापमान काफी ठंडा माना जाता है। अरुण ग्रह पर अमोनिया और मीथेन गैसे पायी जाती है।
>>अरुण ग्रह की खोज 13 मार्च 1781 में हुई थी। अरुण ग्रह ही एक ऐसा ग्रह है जो दूरबीन द्वारा खोजा गया था वैसे अरुण ग्रह की खोज विलियम हरसल ने की थी।
>>अरुण ग्रह के चारो ओर 9 वलय है जिसमे से 5 वलय का नाम अल्फ़ा, बीटा, गामा, डेल्टा, ईप्सिलान है। अरुण ग्रह को गैस दानव भी कहा जाता है इसके साथ तीन और ग्रह को गैस दानव कहा जाता है जो है वृहस्पति, शनि, वरुण तो कुल मिला के चार ग्रह को गैस दानव कहा जाता है।
>>अरुण ग्रह की सूर्य से दुरी 3 अरब किलोमीटर है। अरुण ग्रह सूर्य की एक परिक्रमा 84 वर्ष में करता है जबकि अपनी धुरी या अक्ष की परिक्रमा 17 घण्टे 14 मिनट में पूरी करता है।
>>अरुण ग्रह एक ऐसा ग्रह है जो अपने अक्ष धुरी से पूर्व से पश्चिम दक्षिणावर्त में घूमता है जबकि अन्य ग्रह पश्चिम से पूर्व वामावर्त की ओर घूमते है। अरुण ग्रह पर सूर्योदय पश्चिम की ओर होता है तथा सूर्यास्त पूरब की ओर होता है।
>>अरुण ग्रह के 27 उपग्रह है। अरुण ग्रह के सारे उपग्रह भी पृथ्वी के विपरीत दिशा में परिभ्रमण परिक्रमा करते है। अरुण ग्रह के जो उपग्रह है वो शेक्सपियर और अलेक्जेंडर के कृतियों के पत्रों से चुना गया है।
>>अरुण ग्रह का सिर्फ गोले का रूप देखा गया है जिसमे कोई निशान या धब्बा नहीं पाया गया है।
8 – वरुण (Neptune)

9 planets name in hindi का 8वां ग्रह, वरुण ग्रह है।
>>वरुण ग्रह हमारे सौरमंडल (solar system) का एक ग्रह है जो सूर्य से आठवा ग्रह है। वरुण ग्रह को अगर व्यास के आधार पे देखा जाय तो यह सौरमंडल का चौथा बड़ा ग्रह होगा तथा वरुण ग्रह को अगर द्रव्यमान के आधार पे देखा जाय तो तीसरा बड़ा ग्रह होगा।
>>वरुण ग्रह का द्रव्यमान पृथ्वी ग्रह के द्रव्यमान से 17 गुना अधिक है तथा वरुण ग्रह के पास पड़ोसी ग्रह जिसका नाम अरुण ग्रह है उससे थोड़ा अधिक है।
>>वरुण ग्रह की खोज 1846 में जर्मन के खगोलशास्त्री जहान गाले द्वारा की गयी थी। वरुण ग्रह का नाम रोमन धर्म में समुद्र के देवता के नाम पर नेपच्यून रखा गया है।
>>वरुण ग्रह के 13 उपग्रह है जिसमें से ट्रिटॉन उपग्रह प्रमुख है। वरुण ग्रह और अरुण ग्रह काफी हद तक आपस में मिलते – जुलते है।
>>वरुण ग्रह से सूर्य की दुरी 4.4745 बिलियन किलोमीटर जिसे हिंदी में लगभग 4.50 अरब किलोमीटर कहा जाता है। वरुण ग्रह अपने अक्ष की परिक्रमा 15 घंटे 57 मिनट में पूरा करता है जबकि वरुण ग्रह सूर्य की परिक्रमा 164.79 वर्ष में पूरा करता है।
>>वरुण ग्रह पर हाइड्रोजन, हीलियम, मीथेन गैसे पायी जाती है। वरुण ग्रह को हरा ग्रह भी कहा जाता है क्योकि वरुण ग्रह के चारो तरफ मिथेन का बादल छाया हुआँ रहता है।
>>वरुण ग्रह का तापमान -128 °C सेल्सियस , 55 K केल्विन होता है। वरुण ग्रह सूर्य से सबसे दूर स्थित है। वरुण ग्रह को दानव ग्रह भी कहा जाता है क्योकि इस ग्रह पर धूल, मिट्टी, पत्थर आदि नहीं पाए जाते वरुण ग्रह पर केवल गैस पायी जाती है इसलिए इसे ग्रह को दानव भी कहा जाता है।
>>वरुण ग्रह पर बादल, तूफान, मौसम का बदलाव आदि देखा गया है तो ऐसा माना जाता है की वरुण ग्रह पर तूफानी हवा चलती है जिसका मान 2100 किलोमीटर प्रति घंटा तक देखा जा चूका है।
9 – यम (Pluto)

9 planets name in hindi का9वां ग्रह, यम ग्रह है।
>>यम ग्रह हमारे सौरमंडल का दूसरा बौना ग्रह है। हमारे सौरमंडल का पहला सबसे बड़ा बौना ग्रह एरिस है। यम ग्रह को सौरमंडल का सबसे बाहरी ग्रह माना जाता है। यम ग्रह पहले 9 ग्रहो में शामिल था।
>>यम ग्रह को 24 अगस्त 2006 को IAU की प्राग सम्मलेन में ग्रहो के श्रेणी से बहार किया गया था। यम ग्रह को इसलिए बहार किया गया था यम ग्रह का आकर चन्द्रमा से छोटा था, यम ग्रह का कक्षा वृत्ताकार नहीं था, यम ग्रह वरुण ग्रह की कक्षा को काट देता था।
>>यम ग्रह की खोज 1930 में क्लाड टामवो ने की थी। यम ग्रह को जब ग्रहो की सूची से निकाला जा रहा था तब अंतर्राष्ट्रीय खगोलीय संघ IAU में 2500 ढाई हजार से भी ज्यादा वैज्ञानिक उपस्थित मौजूद थे।
>>यम ग्रह का तापमान -235 °C से -210 °C सेल्सियस रहता है। यम ग्रह को सूर्य की परिक्रमा करने में 248.09 वर्ष लग जाते है तथा यम ग्रह सूर्य से करीब 5.9 अरब किलोमाटर दूर है।
>>यम ग्रह का व्यास लग्भग 2300 किलोमीटर है तथा यम ग्रह पृथ्वी के 18% भाग के बराबर है। यम ग्रह पर 1994 से लेकर 2003 के बिच में रंगो का बदलाव आया है।
>>यम ग्रह के उत्तरी ध्रुव का रंग थोड़ा उजला था यम ग्रह के दक्षिणी घ्रुव का रंग गाड़ा पाया गया है। यम ग्रह पे बदलते मौसम का भी साक्ष्य मिला है। यम ग्रह का वायुमंडल बहुत पतला है और यम ग्रह के वायुमंडल में नाइट्रोजन, कार्बन-मोनो-ऑक्साइड, मिथेन आदि गैसे पाई जाती है।
>>यम ग्रह जब सूर्य की परिक्रमा करते हुए दूर चला जाता है तो उसके वायुमंडल में जो गैसे पायी जाती है वो जमकर यम ग्रह के सतह पर गिरने लगती है जिससे यम ग्रह पर ठंड बढ़ जाती है और जब यम ग्रह सूर्य की परिक्रमा करते हुए सूर्य के पास आता है तो जो जमी हुयी बर्फ रहती है वही गैस बनकर वायुमंडल में पहुंच जाती है।
>>यम ग्रह के 5 उपग्रह है जिसका नाम शैरन, निक्स, हायड्रा, स्टिक्स, कार्बेरास है। यम ग्रह पर बहुत ही कम गुरुत्वाकर्षण है, पृथ्वी के अपेक्षा 7 फीसदी है जो मनुष्य के रहने के लिए सम्भव अर्थात अनुकूल है।
>>यम ग्रह को प्लूटो भी कहा जाता है, रोम में अँधेरे के देवता को प्लूटो कहते है और यम ग्रह पे भी हमेशा अँधेरा रहता है इसलिए यम ग्रह का नाम प्लूटो रखा गया है।
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